
शराब (Alcohol) की लत: कारण, लक्षण, इलाज और बचाव
शराब न जाने कितने घरों को प्रभावित किया है और न जाने कितने लोगों को निर्भर बनाया है। इसकी लत में कई लोग आए हैं और ऐसे लोगों की संख्या बढ़ती हुई ही दिखाई पड़ रही है। कारण कई हो सकते हैं जैसे कि ऑफिस का तनाव, पैसों की दिक्कत हो या फिर रिश्तों में दिक्कतें। ये सब से बचने के लिए लोग शराब का सेवन शुरू कर देते हैं और सोचते हैं कि ये कुछ पल की खुशी उनके जीवन की मुश्किलों को हमेशा के लिए हल कर सकती है। पर सच्चाई ये है कि ऐसा नहीं है, बल्कि इसकी आदत पड़ जाती है जो बाद में इंसान की मानसिक और शारीरिक स्थिति पर प्रभाव डालना शुरू कर देती है। इसलिए ज़रूरी है कि शराब की लत लगने के कारण, लक्षण और इलाज के बारे में जानें और दूसरों से भी इसे साझा करें। से भी इसे साझा करें।
शराब की लत क्या हैै?
जब कोई भी इंसान अपने आप को चाहकर भी शराब पीने से रोक नहीं पाए और बार-बार पीना चाहे या पिए, तो ये शराब की लत लगने के संकेत हैं। कारण कोई भी हो, पर ज्यादातर ये परेशानियों से बचने के कारण या दोस्तों के कहने से थोड़े पल की खुशी के लिए ही पीना शुरू करते हैं। परंतु धीरे-धीरे ये शराब के आदी हो जाते हैं और फिर हर वक्त शराब पीना चाहते हैं। इसके अलावा ये भी देखा गया है कि जिन्हें शराब की लत आई, उनकी पीने की क्षमता भी धीरे-धीरे बढ़ती जाती है और अब वो कम में रुक नहीं पाते हैं। और अब वो कम में रुक नहीं पाते हैं।
शराब की लत के कारण क्या हैं?
- मानसिक तनाव और चिंता
- सामाजिक दबाव
- भावनात्मक अस्थिरता
- आनुवंशिक प्रभाव
- शराब की आसान उपलब्धता
- बचपन के अनुभव
- अचानक कोई बड़ा आघात
- शारीरिक दर्द या बीमारी
- थोड़े समय की खुशी की चाह
- नशे की आदत
शराब की लत के लक्षण
- बार-बार शराब पीने का मन करना।
- बिना शराब के घबराहट या बेचैनी होना।
- धीरे-धीरे ज्यादा मात्रा में पीने लगना।
- काम और परिवार की जिम्मेदारियों को नजरअंदाज करना।
- चीजें भूलना और ध्यान न लगा पाना।
- हाथ कांपना, पसीना आना और नींद न आना।
- गुस्सा, चिड़चिड़ापन या उदासी महसूस करना।
- छुपकर या अकेले शराब पीना।
- पहले जितनी शराब से नशा न होना और ज्यादा पीने की जरूरत महसूस होना।
- शराब न मिलने पर बेचैनी होना।
- प्रारंभिक चरण – कभी-कभी मजे के लिए शराब पीना और कम पीना।
- आदत बनने का चरण – तनाव या खुशी में बार-बार शराब पीना।
- निर्भरता का चरण – बिना शराब के बेचैनी और घबराहट महसूस होना।
- लत का चरण – हर दिन शराब पीने की जरूरत महसूस होना, रोकना मुश्किल होना।
- गंभीर लत का चरण – मानसिक और शारीरिक सेहत खराब होना, सामाजिक और पारिवारिक जीवन प्रभावित होना, यह जानते हुए भी शराब पीना।
- शराब से दूर रहने का संकल्प लें। और कुछ भी हो, उस संकल्प पर दृढ़ रहें और बहुत मन करने पर भी शराब का सेवन न करें।
- तनाव को दूर करने के लिए व्यायाम और ध्यान करें, न कि शराब पिएं। व्यायाम करने से शराब पीने की तलब भी कम महसूस होती है। अच्छी चीजों की आदत डालें।
- अच्छे दोस्तों और परिवार के साथ समय बिताएं। यह आपके मन को सकारात्मक ऊर्जा देगी और शराब की लत से दूर जाने में भी मदद करेगी। अकेले रहने से शराब पीने का मन करना बहुत आम है।
- शराब पीने वाले माहौल से बचें। जैसे कि ऐसे दोस्त जो आपको शराब पिलाएं या फिर अकेले रहना वहाँ जहाँ आप आसानी से शराब पी सकते हैं। ऐसे माहौल से बचें ताकि शराब आसानी से आपको उपलब्ध न हो पाए।
- किसी हॉबी या रुचि को अपनाएं। अगर खाली समय में आपको शराब पीने का मन करता है, तो उस खाली समय में कुछ सकारात्मक कार्यों में रुचि लें। जैसे कि पेंटिंग, योगा, या कुछ और।
- जरूरत पड़ने पर डॉक्टर या काउंसलर से मदद लें। अगर आप खुद से इन चीजों का आचरण करने में असफल हैं, तो डॉक्टर से तुरंत संपर्क करें और उनसे मदद लें।
- शरीर को स्वस्थ रखने के लिए अच्छी डाइट और नींद लें। खाने में हरी सब्जियाँ और प्रोटीन युक्त आइटम्स को ज़रूर रखें। अच्छा खाना आपके मन को शांत और शरीर को स्वस्थ रखता है।
- मानसिक मजबूती बढ़ाने के लिए सकारात्मक सोच अपनाएं। उसके लिए आपको अच्छी किताबें पढ़नी चाहिए, अच्छे वीडियो देखने चाहिए जो आपको मोटिवेट करें।
- शराब की आदत वाले लोगों से दूरी बनाएं। वैसे लोग जो शराब पीते हैं या उसके आदी हैं, उनसे बचें क्योंकि उनके कारण आप भी शराब पीना नहीं छोड़ पाएंगे।
- खुद को व्यस्त रखें ताकि शराब के बारे में सोचने का समय न मिले। कुछ काम करें या कोई पैशन फॉलो करें जिससे आपको अच्छा महसूस हो।
- समस्या को स्वीकार करें – ज्यादातर समस्या इस बात की होती है कि लोगों को ये स्वीकार नहीं होता कि उन्हें शराब की लत है। एक बार ये स्वीकार लिया जाए, फिर।
- परिवार और दोस्तों का सहयोग लें – आपके जो करीबी लोग हैं, उनकी मदद लें और बताएं उन्हें कि आप शराब छोड़ना चाहते हैं।
- डॉक्टर या काउंसलर से सलाह लें – कुछ समझ न आए तो सीधा डॉक्टर के पास जाएं और उनसे संपर्क करें।
- डी-एडिक्शन सेंटर का सहारा लें – Athena सबसे अच्छा पुनर्वास Rehab केंद्र
- गुरुग्राम, दिल्ली में डी-एडिक्शन सेंटर मौजूद हैं जो आपको न ही सिर्फ सलाह देंगे, बल्कि पूरी कोशिश करेंगे कि आपकी शराब की लत जल्द से जल्द छूट जाए।
- धीरे-धीरे शराब छोड़ने की कोशिश करें – एक बार में शायद ना छोड़ पाएं। पर धीरे-धीरे कोशिश करें। हार नहीं मानें।
- तनाव कम करने के उपाय अपनाएं – ज्यादातर लोग छोटी-छोटी तनाव में भी शराब पीने लगते हैं क्योंकि उनके अपने तनाव कम करने के उपाय का अंदाजा ही नहीं होता। इसलिए जरूरी है कि आप अपने आप को व्यायाम, योग या ऐसे सकारात्मक चीजों में खुद को उलझाएं।
- शराब पीने वाले माहौल से बचें – उन लोगों से दूर रहें जो शराब पीते या पिलाते हैं।
- स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं – अच्छा खाना खाएं, ज्यादा पानी पिएं। वक्त पर सोएं। और खुश रहें।
- लीवर खराब होना (सिरोसिस, फैटी लिवर)।
- हृदय रोग और हाई बीपी का खतरा।
- डिप्रेशन, एंग्जायटी और मानसिक अस्थिरता।
- परिवार और रिश्तों में दरार।
- नौकरी और आर्थिक समस्याएं।
- गुस्से और चिड़चिड़े स्वभाव में बढ़ोतरी।
- सड़क दुर्घटनाओं और चोटों का खतरा।
- आपराधिक गतिविधियों में शामिल होने की संभावना।
- बच्चों और परिवार पर नकारात्मक असर।
- शराब छोड़ने पर गंभीर शारीरिक लक्षण (डिटॉक्स सिंड्रोम)।